राष्ट्रीय खेल पुरस्कार और राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2021
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार –
युवा मामलो और खेल मंत्रालय ने 2 नवंबर 2021 को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2021 के प्राप्तकर्ताओं की घोषणा की |
इस वर्ष की पुरस्कार चयन समिति की अध्यक्षता न्यायमूर्ति सेवानिवृत्त मुकुंदन शर्मा सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने की और इसमें तीन बार के पैरा ओलंपिक पदक विजेता भाला फेंकने वाले देवेंद्र झाझरिया , पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद और पूर्व विश्व चैंपियन मुक्केबाज एल.सरिता देवी सहित अन्य शामिल थे |
भारत में खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं। जिसमें खिलाड़ियों, कोचों या संगठनों को उनकी उपलब्धियों और भारतीय खेलों के विकास में योगदान के लिए छह अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। ।
भारत के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार में छह प्रमुख पुरस्कार हैं। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार या सिर्फ खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (जिसे माका ट्रॉफी भी कहा जाता है) और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भारत के युवा मामलो और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष बांटे जाते हैं।
आम तौर पर भारतीय हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के दिन सिफारिश किए गए खिलाड़ी भारत के राष्ट्रपति से राष्ट्रपति भवन में अपने पुरस्कार प्राप्त करते हैं।
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। इस पुरस्कार को पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के रुप में जाना जाता था यहां भारत में किसी खिलाड़ी को दिया जाने वाला सर्वोच्च खेल सम्मान है और इसे वर्ष 1991-92 में स्थापित किया गया था |
इस पुरस्कार को भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है, जो तीन बार ओलंपिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे। यह प्रतिवर्ष खेल एवं युवा मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है।
यहां विगत 4 वर्ष की अवधि में किसी खिलाड़ी द्वारा खेल के क्षेत्र में शानदार एवं सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाला सर्वोच्च खेल पुरस्कार है
इस पुरस्कार में 1 पदक एक प्रमाण पत्र और ₹ 25,00,000 का नगद पुरस्कार शामिल है |
इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता शतरंज के ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद थे, जिन्हें वर्ष 1991-92 में अपने प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया था।
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2021
अर्जुन पुरस्कार
इसे वर्ष 1961 में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेल आयोजनों में उत्कृष्ट उपलब्धि को मान्यता देने के लिए स्थापित किया गया था |
यह पुरस्कार विगत 4 वर्षों की अवधि में अच्छे प्रदर्शन और नेतृत्व व खेल भावना एवं अनुशासन की भावना बनाए रखने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है |
इस पुरस्कार के विजेता को ₹15 लाख का नगद पुरस्कार, अर्जुन की एक कांस्य प्रतिमा और एक प्रमाण पत्र या सम्मान पत्र प्रदान किया जाता है |
अर्जुन पुरस्कार 2021
द्रोणाचार्य पुरस्कार
इसे वर्ष 1985 में भारत सरकार द्वारा खेलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षक को मान्यता देने के लिए स्थापित किया गया था | यह पुरस्कार द्रोण के नाम पर रखा गया है, जिसे अक्सर “द्रोणाचार्य” या “गुरु द्रोण” कहा जाता है
यह पुरस्कार उन प्रशिक्षकों को दिया जाता है जो सुसंगत आधार पर उत्कृष्ट और मेधावी कार्य करने और खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं |
इस पुरस्कार में ₹15 लाख का नगद पुरस्कार, द्रोणाचार्य की एक कांस्य प्रतिमा और प्रमाण पत्र या सम्मान पत्र प्रदान किया जाता है |
प्रथम विजेता 1.भलाचंद्र भास्कर भागवत
2.ओम प्रकाश भारद्वाज
3.ओ. एम. नेम्बियर
द्रोणाचार्य पुरस्कार 2021
नियमित श्रेणी
लाइव टाइम काल श्रेणी
ध्यानचंद पुरस्कार
इस पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 2002 में हुई थी | यह पुरस्कार खिलाडी के जीवन भर के कार्य को गौरवान्वित करता है। आधिकारिक रूप से इसका नाम खेलों में जीवन गौरव ध्यानचंद पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम भारत के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद सिंह के नाम पर रखा गया है।
इस पुरस्कार के विजेता को ध्यानचंद की एक प्रतिमा एक प्रमाण पत्र औपचारिक पोशाक और ₹1000000 का नगद पुरस्कार दिया जाता है |
यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खेल में योगदान दिया है और सेवानिवृत्ति के बाद भी खेल आयोजनों को बढ़ावा देने में योगदान देना जारी रखा है |
ध्यानचंद पुरस्कार प्रथम विजेता
ध्यानचंद पुरस्कार विजेता 2021
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी –
इस खेल पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1956 57 में हुई थी यहां विश्वविद्यालय स्तर के खेल प्रदर्शन के लिए दी जाने वाली ट्रॉफी है |
यहां विगत 1 वर्ष की अवधि में अंतर विश्वविद्यालय टूर्नामेंटों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को दी जाती है | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी रॉलिंग ट्रॉफी है।
देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर केंद्रीय खेल मंत्रालय हर साल अवॉर्ड देता है।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी को फिर से हासिल करने वाले विश्वविद्यालय को ट्रॉफी की प्रतिकृति भी दी जाती हैं।
इसके अलावा विश्वविद्यालय को दस लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
प्रतियोगिता में दूसरा स्थान करने वाले विश्वविद्यालय को पाँच लाख रुपये और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले को तीन लाख रुपये के नकद पुरस्कार दिये जाते हैं।
ट्रॉफी का नाम मौलाना अबुल कलाम आजाद की जगह मौलाना अब्दुल कलाम आजाद हो गया है।
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी
-
पहला विजेता -बॉम्बे विश्वविद्यालय
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी 2021
-
पंजाब यूनिर्वासिटी – चंडीगढ़
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार
इस खेल पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2009 में हुई थी | ‘राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार’ कॉरपोरेट संस्थाओं (निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में), खेल नियंत्रण बोर्डों, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेल निकायों समेत एनजीओ को दिया जाता है, जिन्होंने खेल के प्रचार और विकास में अहम भूमिका निभाई हो।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार की चार श्रेणियाँ होती हैं जिनके नाम हैं: *
1. सामुदायिक खेल-कूद विकास ,
2.उत्कृष्ट खेल अकादमियों को प्रोत्साहन ,
3. प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सहायता ,
4.रोज़गार
प्रत्येक श्रेणी के अंतर्गत पुरस्कार के रूप में मानपत्र और ट्रॉफी प्रदान की जाती है।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार में किसी प्रकार की नकद इनाम नहीं दिया जाता।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार 2021 विजेता
-
मानव रचना शैक्षणिक संस्थान
-
इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड
यह पुरस्कार विगत 4 वर्षों की अवधि में अच्छे प्रदर्शन और नेतृत्व व खेल भावना एवं अनुशासन की भावना बनाए रखने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है |
इस पुरस्कार के विजेता को ₹15 लाख का नगद पुरस्कार, अर्जुन की एक कांस्य प्रतिमा और एक प्रमाण पत्र या सम्मान पत्र प्रदान किया जाता है |
अर्जुन पुरस्कार 2021
द्रोणाचार्य पुरस्कार
इसे वर्ष 1985 में भारत सरकार द्वारा खेलों में उत्कृष्ट प्रशिक्षक को मान्यता देने के लिए स्थापित किया गया था | यह पुरस्कार द्रोण के नाम पर रखा गया है, जिसे अक्सर “द्रोणाचार्य” या “गुरु द्रोण” कहा जाता है
यह पुरस्कार उन प्रशिक्षकों को दिया जाता है जो सुसंगत आधार पर उत्कृष्ट और मेधावी कार्य करने और खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं |
इस पुरस्कार में ₹15 लाख का नगद पुरस्कार, द्रोणाचार्य की एक कांस्य प्रतिमा और प्रमाण पत्र या सम्मान पत्र प्रदान किया जाता है |
प्रथम विजेता 1.भलाचंद्र भास्कर भागवत
2.ओम प्रकाश भारद्वाज
3.ओ. एम. नेम्बियर
द्रोणाचार्य पुरस्कार 2021
नियमित श्रेणी
लाइव टाइम काल श्रेणी
ध्यानचंद पुरस्कार
इस पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 2002 में हुई थी | यह पुरस्कार खिलाडी के जीवन भर के कार्य को गौरवान्वित करता है। आधिकारिक रूप से इसका नाम खेलों में जीवन गौरव ध्यानचंद पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम भारत के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद सिंह के नाम पर रखा गया है।
इस पुरस्कार के विजेता को ध्यानचंद की एक प्रतिमा एक प्रमाण पत्र औपचारिक पोशाक और ₹1000000 का नगद पुरस्कार दिया जाता है |
यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खेल में योगदान दिया है और सेवानिवृत्ति के बाद भी खेल आयोजनों को बढ़ावा देने में योगदान देना जारी रखा है |
ध्यानचंद पुरस्कार प्रथम विजेता
ध्यानचंद पुरस्कार विजेता 2021
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी –
इस खेल पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1956 57 में हुई थी यहां विश्वविद्यालय स्तर के खेल प्रदर्शन के लिए दी जाने वाली ट्रॉफी है |
यहां विगत 1 वर्ष की अवधि में अंतर विश्वविद्यालय टूर्नामेंटों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को दी जाती है | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी रॉलिंग ट्रॉफी है।
देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर केंद्रीय खेल मंत्रालय हर साल अवॉर्ड देता है।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी को फिर से हासिल करने वाले विश्वविद्यालय को ट्रॉफी की प्रतिकृति भी दी जाती हैं।
इसके अलावा विश्वविद्यालय को दस लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
प्रतियोगिता में दूसरा स्थान करने वाले विश्वविद्यालय को पाँच लाख रुपये और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले को तीन लाख रुपये के नकद पुरस्कार दिये जाते हैं।
ट्रॉफी का नाम मौलाना अबुल कलाम आजाद की जगह मौलाना अब्दुल कलाम आजाद हो गया है।
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी
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पहला विजेता -बॉम्बे विश्वविद्यालय
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी 2021
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पंजाब यूनिर्वासिटी – चंडीगढ़
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार
इस खेल पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2009 में हुई थी | ‘राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार’ कॉरपोरेट संस्थाओं (निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में), खेल नियंत्रण बोर्डों, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेल निकायों समेत एनजीओ को दिया जाता है, जिन्होंने खेल के प्रचार और विकास में अहम भूमिका निभाई हो।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार की चार श्रेणियाँ होती हैं जिनके नाम हैं: *
1. सामुदायिक खेल-कूद विकास ,
2.उत्कृष्ट खेल अकादमियों को प्रोत्साहन ,
3. प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सहायता ,
4.रोज़गार
प्रत्येक श्रेणी के अंतर्गत पुरस्कार के रूप में मानपत्र और ट्रॉफी प्रदान की जाती है।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार में किसी प्रकार की नकद इनाम नहीं दिया जाता।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार 2021 विजेता
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मानव रचना शैक्षणिक संस्थान
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इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड
इस खेल पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1956 57 में हुई थी यहां विश्वविद्यालय स्तर के खेल प्रदर्शन के लिए दी जाने वाली ट्रॉफी है |
यहां विगत 1 वर्ष की अवधि में अंतर विश्वविद्यालय टूर्नामेंटों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय को दी जाती है | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी रॉलिंग ट्रॉफी है।
देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर केंद्रीय खेल मंत्रालय हर साल अवॉर्ड देता है।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ट्रॉफी को फिर से हासिल करने वाले विश्वविद्यालय को ट्रॉफी की प्रतिकृति भी दी जाती हैं।
इसके अलावा विश्वविद्यालय को दस लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
प्रतियोगिता में दूसरा स्थान करने वाले विश्वविद्यालय को पाँच लाख रुपये और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले को तीन लाख रुपये के नकद पुरस्कार दिये जाते हैं।
ट्रॉफी का नाम मौलाना अबुल कलाम आजाद की जगह मौलाना अब्दुल कलाम आजाद हो गया है।
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी
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पहला विजेता -बॉम्बे विश्वविद्यालय
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी 2021
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पंजाब यूनिर्वासिटी – चंडीगढ़
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार
इस खेल पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2009 में हुई थी | ‘राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार’ कॉरपोरेट संस्थाओं (निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में), खेल नियंत्रण बोर्डों, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेल निकायों समेत एनजीओ को दिया जाता है, जिन्होंने खेल के प्रचार और विकास में अहम भूमिका निभाई हो।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार की चार श्रेणियाँ होती हैं जिनके नाम हैं: *
1. सामुदायिक खेल-कूद विकास ,
2.उत्कृष्ट खेल अकादमियों को प्रोत्साहन ,
3. प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सहायता ,
4.रोज़गार
प्रत्येक श्रेणी के अंतर्गत पुरस्कार के रूप में मानपत्र और ट्रॉफी प्रदान की जाती है।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार में किसी प्रकार की नकद इनाम नहीं दिया जाता।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार 2021 विजेता
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मानव रचना शैक्षणिक संस्थान
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इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड